बिहार के हार का बाद कांग्रेस अउरी नर्वस हो गइल बाड़े. पहिले त भ्रष्टाचार के आरोप में घेरात गइल आ लाख कोशिश का बावजूद विपक्ष के तूड़ ना सकलसि कि भाजपा आ गैर भाजपा विवाद के हवा दे पावे. हालात अतना बिगड़ल जात बा कि अब मनमोहनो सिंह घोटाला का घेराबंदी में आवत जात बाड़े. आम जनता जानल चाहत बिया कि मनमोहन अतना दिन ले चुप्प काहे रहलें. प्रधानमंत्री होखला का नाते उनको जिम्मेदारी बनत रहे कि घोटाला ना होखे देसु. कइसे एगो दागी के सतर्कता आयोग के प्रधान बना दिहलन. फेर दिग्विजय सिंह के करकरे से जुड़ल बयान पर कांग्रेस के किरकिरी भइल. विकिलिक्स के खुलासा में इहो पता चलल कि कांग्रेस अपना वोट बैंक खातिर कवनो सीमा ले गिर सकेले. रहल सहल कसर गृह मंत्री के गैर जिम्मेदाराना बयान से पूरा हो गइल. एह पूरा हंगामा में सोनिया गाँधी के अपना संसदीय दल के संबोधन लोग के ध्यान ना खींच पवलसि.