बाबा के रोके खातिर केन्द्र हर तिकड़म अपनाई
बाबा रामदेव के काल्हु से शुरु होखे वाला अनशन रोके खातिर केन्द्र सरकार हर तिकड़म अपनावे का तइयारी में बिया. पहिले त पटावे के कोशिश में बाबा रामदेव के स्वागत में चार गो केन्द्रीय मंत्रियन के हवाई अड्डा भेजल गइल. बाद में कांग्रेस का तरफ से विरोध का बाद तय भइल कि बाबा से भेंट करे कवनो मंत्री ना जाई. अब बाबा भेट करे आवसु. बाबा के पुरान दोस्त सुबोधकान्त सहाय जरूर बाबा से भेंट करत रहीहें. काल्हु परदा का पाछा चल रहल राजनीति सफल होत बुझाइल जब बाबा रामदेव काल्हु आपन पत्रकार सम्मेलन रोक दिहले. कहल जा रहल बा कि अगर जरुरी होखी त अनशन करे से रोके खातिर कानुनो के सहारा लिहल जा सकेला काहे कि बाबा के रामलीला मैदान के जगह योग शिविर लगावे खातिर दिहल गइल बा ना कि अनशन करे खातिर.
पहिले त सरकार कोशिश में रहे कि अन्ना हजारे आ बाबा रामदेव के बीच के मतभेद के हवा देके माहौल अइसन बना दिहल जाव कि सिविल सोसाइटी में फूट पड़ जाव. बाकिर सरकार के ई चाल उलटा पड़ गइल लागत बा आ अन्ना हजारे बाबा रामदेव के अनशन में शामिल होखे के एलान कर दिहले बाड़न.
संघे शरणम गच्छामि ना बाबा शरणम गच्छामि
राजनीति में सभकर आपन अलग अलग मजबूरी होले. करिया धन का खिलाफ आरएसएस एक जमाना से माहौल बनावे में लागल बा. ओकर राजनीतिक रुप भाजपा एह दिसाईं कुछ खास ना कइलसि आ एही बीच अन्ना हजारे आ बाबा रामदेव का आन्दोलन से जनता का बीच करिया धन आ भठियरपन का खिलाफ माहौल बने लागल. मजबूरी में संघ अन्ना हजारे आ अब बाबा रामदेव के आन्दोलन के पूरा आ खुला समर्थन देबे के एलान कइले बा. भाजपा के अनेसा बा कि गोविन्दाचार्य बाबा रामदेव का साथे मिल के कवनो राजनीतिक मंच बना सकेले जवना से भाजपा के राजनीतिक नुकसान हो जाई. एहसे बाबा रामदेव का अपना पाला में राखे खातिर उहो बाबा का समर्थन में बा. मजबूरी एह से कहल जा रहल बा कि संघ परिवार जानत बा कि अन्ना हजारे आ बाबा रामदेव पर ओकर कवनो नियन्त्रण ना हो सके आ ऊ लोग अपना योजना से चली संघ के हित के परवाह कइले बिना.
बिहार में अब हर विद्यार्थी के उर्दू पढ़ावल जाई
काल्हु पटना में आयोजित एगो परिचर्चा में बोलत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहले कि बिहार का हर प्राइमरी आ मिडिल स्कूल में उर्दू पढ़ावल जाई आ एकरा खातिर हर स्कूल में उर्दू शिक्षक के बहाली होई. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शाखा खोले खातिर किशनगंज में राज्य अढ़ाई सौ एकड़ जमीन दे दिहले बिया बाकिर केन्द्र सरकार का चलते देरी हो रहल बा. कहलन कि मुसलमानन के विकास भइला बिना देश के विकास ना हो सके.
राजीव गाँधी आवास योजना
देश में एल लाख से बेसी के आबादी वाला अढ़ाई सौ शहरन में केन्द्र सरकार राजीव गाँधी आवास योजना चलाई जवना से झुग्गी झोपड़ी में रहे वालन के पक्का मकान दिहल जा सके. एह योजना के आधा खर्च केन्द्र दी आ बाकी राज्य सरकार के देबे के बा. शर्त इहो लगावल गइल बा कि मकान के मालिकाना हक आँवटी के दे दिहल जाव.
यूपी में जमीन अधिग्रहण के नया नीति
काल्हु यूपी के मुख्यमंत्री मायावती प्रदेश में भूमि अधिग्रहण के नया नीति के एलान कइली जवना में कहल गइल बा कि कंपनी सीधे किसान से जमीन खरीद सकेले आ सरकार के भूमिका बस बिचौलिया के रही. कवनो निजी काम खातिर भूमि अधिग्रहण तबे कइल जाई जब सत्तर फीसदी किसान एकरा समर्थन में होइहें. विरोधी दल एह नीति के एगो बड़का फ्राड बतावत बाड़े.
कुछ जातियन के पिछड़ा वर्ग में जोड़ल गइल
केन्द्र सरकार देश के चौदह गो राज्यन के पिछड़ा वर्ग अनुसूचित में शामिल जातियन के फायदा देबे खातिर ओह जातियन के केन्द्रो का सूची में शामिल करे के फैसला कइले बिया. एहसे पिछड़ा वर्ग के फायदा सभका मिल पाई. पहिले केन्द्र का सूची में ओह जातियन के नाम ना रहला का चलते ओह लोग के केन्द्र सरकार का बहाली में बेहतर मौका ना मिल पावत रहे.
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