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खबर एक नजर में (18 जून 2011)

लखनऊ के डिप्टी सीएमओ करवले रहे सी॓मओ के हत्या
अपना करोड़ो के घोटाला के नियमित करावे खातिर लखनऊ के डिप्टी सीएमओ डा॰ वाई॰ एस॰ सचान पहिले सी॰एम॰ओ॰ डा॰ विनोद आर्य के हत्या करवलसि. बाद में आइल डा॰ बी॰पी॰सिंहो जब ना मनलें त उनुकरो हत्या करा दिहलसि. पहिलका हत्या में जाँच ओकर कुछ ना बिगाड़ पवले रहल एहसे सचान के हिम्मत बढ़ गइल रहे आ दोसरको हत्या करावे में ऊ इचिको ना हिचकल. दुनु हत्या का बाद डाक्टरन के संगठन बड़ बवाल खड़ा कइलस बाकिर जब लागल कि फेरा उल्टा घूम सकेला त चुप्पी लगा गइल. एह मामिला में पिछला महीना चार लोग के गिरफ्तार कर के पुलिस मामिला सुलझा लेबे के दावा कइले रहल आ अब जा के सचान के हिरासत में ले के सगरी मामिला उगिलवलसि. डा॰ बी॰ पी॰ सिंह के हत्या करे खातिर तीन गो शूटरन के सचान सात लाख रुपिया के सुपारी दिहले रहुवे.


कनिमोई के जमानत याचिका सुनवाई से दू गो जज हटले

सुप्रीम कोर्ट के दू गो न्यायाधीश, न्यायमूर्ति पी सदाशिवम अउर न्यायमूर्ति ए के पटनायक, अपना के टू जी स्पैक्ट्रम घोटाला के आरोपी सांसद कनिमोई के जमानत याचिका सुनवाई से अपना के अलगा कर लिहले बाड़े जवना का बाद एगो दोसर पीठ, बेंच, बनावल गइल बा जवना में न्यायमूर्ति जी॰ एस॰ सिंघवी आ न्यायमूर्ति बी॰एस॰ चौहान एह मामिला के सुनवाई करीहें.

सी॰बी॰आई॰ जमानत याचिका के विरोध कइले बिया आ कहले बिया कि अगर ई लोग रिहा कर दिहल गइल त ई लोग गवाहन के प्रभावित कर सकेला. दू सौ करोड़ के राशि करजा ना रहे बलुक घूस रहे. अब कहल जा रहल बा कि बलवा ई रुपिया करजा दिहले रहुवे जवन वापिस हो चुकल बा.


पुट्टूपार्थी साईं बाबा के कमरा से अपार धन मिलल

काल्हु जब पुट्टूपार्थी के साईं बाबा के निजी कमरा खोलल गइल त ओहमें से ९८ किलो सोना, ३१७ किलो चाँदी, आ १२ करोड़ रुपिया नगदी मिलल. साईं के भक्तन के दावा बा कि जब साईं के तबियत खराब भइल रहे आ उनुका के अस्पताल में भरती करावल गइल रहे तब कई दिन ले कमरा खुलल रहे आ ओह बीचे बहुते हीरा जवाहरात सोना चाँदी नगदी निकाल लिहल गइल रहे.


सरकार के दावा कि पीएम के लोकपाल का दायरा में राखल जाई

सिविल सोसाइटी के तगड़ा विरोध देखत अपना पुरान बाति से पलटी मारत सरकारी मंत्री लोग के कहना बा कि प्रधानमंत्री के कुछ शर्त का साथे लोकपाल का दायरा में राखल जाई. एह शर्त मे सबले खास ई बा कि लोकपाल प्रधानमंत्री के हटवा ना सकसु. मंत्री लोग के इहो कहना बा कि दू गो मसौदा ना बनी. मसौदा एके गो बनी बाकिर जवना मुद्दन पर मतभेद बा ओकरा पर दुनु पक्ष के टिप्पणी शामिल कइल जाई. सरकार के कोशिश बा कि एह मामिला में अब बाकिओ राजनीतिक दलन के शामिल कर लिहल जाव बाकिर दोसर दल आकरा दाँव में पड़ल नइखन चाहत. सभकर कहना बा कि जब संयुक्त समिति बनावे के रहे तब त ना पूछल गइल अब आपन गरदन अझूराइल बा त हमनी के याद आवत बा.


हर जगहे चालबाजी करत बिया सरकार

एह सरकार के काम के हाल ई बा कि ऊ हर काम में कुछ ना कुछ चालबाजी कर जात बिया. लोग के देखावे खातिर बड़ बड़ बाति कइल जात बा आ गँवे से अइसन प्रावधान बना दिहल जात बा जवना छेद से पूरा के पूरा हाथी निकल जाव. साल भर से लागू शिक्षा के अधिकार आवासीय विद्यालयन पर लागू नइखे. अब उच्च शिक्षा का क्षेत्र में इहे खेल खेलल जा रहल बा. अनुचित व्यवहार पर प्रतिबंध विधेयक २०१० देश के तकनीकि आ चिकित्सा शिक्षण संस्थान आ विश्वविद्यालयन पर त लागू होखी बाकिर विदेशी संस्थानन पर ना. एहसे लागत बा कि सरकार के नीयत ठीक नइखे.


नइखे बनल चाहत केहू बलिया के जिविनि

बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक के पद केहू लेबे के तइयार नइखे होखत. हालत ई हो गइल बा कि जेकरे से कहल जात बा कि ऊ प्रभार ले लेव ऊ नकार देत बा. असल में एहिजा के विद्यालयन में अतना घपला भइल बा आ घपले बाज अतना घाघ बाड़े कि केहू के चैन से रहे ना दीहें. माधव तिवारी मेडिकल छूट्टी ले के हट गइले त ढेर दिन बाद गोरखपुर से निलंबन का बाद बहाल भइल रविन्द्र सिहं के नियुक्ति भइल बाकिर ऊ आवे से इन्कार कर दिहले. अब मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक अखिलेश पांडे के प्रभार लेबे के निर्देश दिहल गइल बा त उहो कई दिन बीतला का बादो सुगबुगात नइखन.


नेशनल हॉकी चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल आजु

आजु सँझिया साढ़े छह बजे से भोपाल में पहिला सेमीफाइनल कर्नाटक आ पंजाब का बीच आ रात सवा आठ बजे से दुसरका सेमीफाइनल झारखण्ड आ हरियाणा के बीच खेलल जाई. हॉकी संघन का लापरवाही का चलते कई साल बाद हो रहल बा ई चैम्पियनशिप. दुनु सेमीफाइनल मैच भोपाल के एशबाग स्टेडियम में फ्लड लाइट में खेलल जाई. फाइनल काल्हु होई.

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