मंगल का दिने अपना फैसला में सुप्रीम कोर्ट सांसद रहल आनन्द मोहन के उमिर कैद के सजा बहाल रखलसि. साल १९९४ में आनन्द मोहन का भड़कवला पर छोटन शूक्ला के मजल में शामिल लोग गोपालगंज के तब के जिलाधिकारी कृष्णैया के कार से खींच के हत्या कर दिहले रहुवे. आपराधिक इतिहास वाला छोटन शूक्ला के हत्या गैंगवार में भइल रहुवे.
सत्र न्यायालय आनन्द मोहन के फाँसी के सजा सुनवले रहे जवना के पटना हाई कोर्ट उमिर कैद में बदल दिहलसि. बाकिर आनन्द मोहन सुप्रीम कोर्ट में अरजी लगवलन आ अब सुप्रीमो कोर्ट उनुका सजा के बहाल राख दिहलसि.