देश के कानूनो गजब बा. ई हिन्दी के राष्ट्रभाषा ना माने देव आ अब बतावल गइल बा कि महात्मा गाँधी के राष्ट्रपिता के पदवीओ ना दे सके. लखनऊ के एगो छात्रा राष्ट्रपति से निहोरा कइले रहुवे कि महात्मा गाँधी के राष्ट्रपिता घोषित कइल जाव त गृहमंत्रालय कहले बा कि देश के नियम कायदा एह बात के इजाजत ना देव कि केहु के एह तरह के उपाधि दिहल जा सके.
कुछ दिन पहिले इहो बतावल गइल रहुवे कि हिन्दी के राष्ट्रभाषा ना माने भारत के कानून.
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