अतवार का दिने दिल्ली के रामलीला मैदान में जदयू का ओर से एगो बड़हन अधिकार रैली कइल गइल जवना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहलन कि बिहार हर मामला में राष्ट्रीठ औसत से पिछड़ल बा आ एकर समावेशी विकास खातिर जरूरी बा कि एकरा के विशेष राज्य के दर्जा दिहल जाव. कहलन कि अबहीं ना मिलल त अगिला चुनाव का बाद त विशेष अधिकार के दरजा देबहीं के पड़ी. काहे कि ऊ दिल्ली में ओकरे के समर्थन दीहें जे बिहार के विशेष राज्य के दरजा दी.
ओने कांग्रेस के बड़का नेता शकील अहमद के कहना बा कि अधिकार का नाम पर सियासत ना होखे के चाहीं. ऊ एह बात के नकरलन कि केन्द्र सरकार बिहार का साथे मयभावत बेवहार करत बिया.
हालांकि देखे लायक बात रहल कि दिल्ली में एह दू दिन में दू गो मुख्यमंत्री आपन आपन कहानी कहे अइलन. गुजरात के मुख्यमंत्री अपना विकास के कहानी सुनवलन बाकिर बिहार के मुख्यमंत्री अपना राज्य के गरीबी के कहानी.
अधिकार रैली में संकेत दिहल गइल कि हो सकेला कि जदयू अगिला लोकसभा चुनाव अकेले लड़े. एह बात पर जनता दल के अध्यक्ष डा॰ सुब्रह्मण्यम स्वामी कहलन कि ई काम जदयू ला खुदकुशी करे जइसन होखी. भाजपो का तरफ से संकेत दिहल जात बा कि उहो कवनो दबाव में आवे वाला नइखे आ उहो अकेले लड़े ला तइयार बा. जान जाईं कि नीतीश कुमार नरेन्द्र मोदी के फूटलो आँखी ना देखल चाहसु.