कांग्रेसी नेतवन में होड़ मचल बा कि गरीबन के कतना मजाक बना लेत बा. राज बब्बर के कहना बा कि मुंबई में कवनो आदमी बारह रुपिया में भरपेट भोजन कर सकेला. एकरा बाद रशीद मसूद के बयान आइल बा कि दिल्ली में कवनो आदमी पाँच रुपिया में भरपेट भोजन कर सकेला. बड़े मियाँ त बड़े मियाँ छोटे मियाँ सुभान अल्लाह वाला अंदाज में फारुक अब्दुल्ला के कहना बा कि आदमी एक से पाँच रुपिया में भर पेट खा सकेला.
जान जाईं कि यूपीए सरकार के वाहवाही करावे खातिर योजना आयोग गरीबी के पैमाने बदल दिहलसि आ अब अठाइस रुपिया रोज से अधिका कमाए वाला गांव के आदमी आ तैंतीस रुपिया से अधिका कमाए वाला शहरी के गरीब ना कहल जा सके. एह तरह से सरकार दावा करत बिया कि यूपीए के राज में गरीबन के गिनिती में सतरह करोड़ के कमी आ गइल बा.
347 total views, 2 views today