“भारत २०२० – आवे वाला चुनौती” पर बोलत अरुण जेटली के कहना रहे कि देश के संसदीय लोकतंत्र में चुनाव पार्टी आधार पर होखेला बाकिर लोग चाहत बा कि देश के एगो सक्षम नेतृत्व मिले जवन मौजूदा नेतृत्व से बेहतर होखे. एह चलते अबकी के चुनाव व्यक्तित्व का आधार पर लड़ल जाई. एह खातिर भाजपा आ कांग्रेस के पीएम उमेदवारन का बारे में जनता चाहल चाहीं. लड़ी त सेना बाकिर जनता के फैसला सेनापति के आधार पर होखी. एहसे भाजपा के चाहीं कि जल्दी से जल्दी अपना नेता के फैसला कर लेव काहे कि जनता भाजपा ओरी देखत बिया.
अपना भाषण में अरूण जेटली नरेन्द्र मोदी के नाम सीधे सीधे त ना लिहलन बाकिर इंगलैंड के प्रधानमंत्री रहल मार्गरेट थैचर के उदाहरण देत कहलन कि उनका बारे में कहात रहे कि पसन्द करऽ भा नापसन्द बाकिर उनकर अनेदेखी ना कर सकऽ.
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