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आदित्यनाथ आ मुलायम में तिताईल बहस

लोकसभा में आजु विहिप के चौरासी कोसी परिक्रमा रोके का मुद्दा पर भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ आ सपा सांसद आ सुप्रीमो मुलायम सिंह का बीचे तिताईल बहस सुने के मिलल. आजए फूड सेक्यूरिटी बिलो पेश होखे वाला रहुवे बाकिर परिक्रमा रोके का मुद्दा पर योगी प्रश्नकाल रोके के माँग कइले रहलें. एह मुद्दा पर तूतू मैंमैं आ हल्ला गुल्ली का बीच संसद के दू हाली स्थगित करे पड़ल. बाद में एह मुद्दा पर बहस शुरू भइल त सपा सांसद मुलायम सिंह के कहना रहल कि बीजेपी दंगा करवावल चाहत बिया आ बीजेपीवाला गुंडई पर उतर आइल बाड़ें. ई ना त कोर्ट के सुनत बाड़ें ना ही संविधान के.

मुलायम सिंह के कहना रहल कि ‘अयोध्या के विवाद आजु से ना साल अनइस सौ पचासो का पहिले से चलल आवत बा. कोर्ट में बा. बीजेपी साल 1992 में अइसन माहौल बनवलसि कि देश भर में दंगा भइल. उहे काम बीजेपी फेरू करत बिया. बीजेपी कोर्ट के नइखे मानत, संविधान के नइखे मानत. सुप्रीम कोर्ट के फैसला रहे कि अयोध्या में यथास्थिति बनल रहे के चाहीं जबले ओह पर कवनो आखिरी फैसला नइखे आ जात. बाकिर बीजेपी वाला मनमानी कइल चाहत बाड़े. कवनो वीएचपी कार्यकर्ता के पिटाई ना भइल. दरअसल, एह यात्रा के त जनते के साथ ना मिलल. एह यात्रा में एकहु जनता शामिल ना भइल. जनता का संतो लोग एह यात्रा के निंदा कइल. हमनी के सरकार कोर्ट के आदेश के पालन करत बिया.. बीजेपी वाला विरोध जतावत बाड़ें. एहिजा आ के हमनी के दफ्तर में तोड़फोड़ कइल गइल. बीजेपी वाला गुंडई पर उतर आइल बाड़ें. बात करेलें भ्रष्टाचार के आ मानवता के. हम गुंडई रोकल जानीलें. हम 1990हूं में रोकले रहीं. मनमानी करबऽ त सजा भुगतबऽ. यूपी सरकार कोर्ट के निर्देश के पालन कइलसि. हमनी का कुछउ गलत नइखीं कइले..’

जवाब में भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ कहलन कि पता ना मुलायम सिंह कवना समाजवाद के बात करेलें. खुद पार्टी के अध्यक्ष बाड़ें, दू गो भाई महासचिव बाड़ें, बेटा मुख्यमंत्री बा. त ई कइसन समाजवाद ह? ई त विशुद्ध परिवारवाद ह. समाजवाद के नाम पर धर्मनिरपेक्षता के धज्जी उड़ावल जात बा.

योगी आदित्‍यनाथ कहलन कि एह मुद्दे पर पूरा देश के गुमराह कइल जात बा. अयोध्या में तीन तरह के यात्रा होले. ओही परंपरा के मुताबिक 10 हजार संत कुंभ मेला में 84 कोसी परिक्रमा करे के तय कइले रहले. ई विशुद्ध धार्मिक यात्रा रहुवे. एहमें दु अढ़ाई सौ संतन के चले के रहुवे. बाकिर जवना तरह धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार के हनन यूपी सरकार कइलसि ऊ निंदा जोग बा. देश के 2000 संतन के गिरफ्तार कइलसि. साधू-संतन के अपमान कइल गइल.

योगी आदित्यनाथ पूछलन कि साधु संतन द्वारा मंदिर मांगल कवनो पाप ह का? कहलन कि जहाँ ले अयोध्या में भव्य मंदिर के बात बा त 1994 में कांग्रेस नीत सरकारे सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिहले रहुवे कि अगर ई साबित हो जाव कि विवादित ढांचा पर पहिले मंदिर रहुवे त हिंदू समाज के भावना धेयान में राखत ओहिजा मंदिर बनवावल जाई. अइसन साबित हो गइल. इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ खंडपीठ के तीनों जज के एकमत कहना रहल कि ऊ राम जन्म भूमि ह. त साधु संतन के मंदिर के मांग कइल कवनो पाप ह का?

योगी आदित्यनाथ इहो कहलन कि आतंकियन का खिलाफ दायर मुकदमा वापिस लिहल जात बा. ई कइसन समाजवाद ह? इनका समाजवादी सरकार मे पिछला एक साल में तीस गो से अधिका दंगा भइल बा.

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