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हैदराबाद आ लखनउं के बाद सिराज ए हिंद जौनपुर के जगहा

जौनपुर 03 नवम्बर (वार्ता) हैदराबाद आ लखनऊ के बाद सिराजेहिन्द जौनपुर के जगहा बा मुहर्रम मे. दुनिया भर में मौजूद एहिजा के इस्लाम चौक के चेहल्लुम मे लोग कहेला कि तुरबत एगो निश्चित समय पर खुदही उठ जाला.

सिराजेहिन्द जौनपुर मरकजी मुहर्रम कमेटी के महासचिव सैय्यद शहंशाह हुसैन रिजवी ई जानकारी देत कहलन कि जौनपुर के अजादारी प्रदेश मे खास जगहा राखेले आ एहीसे जौनपुर के अजादारी के मरकज कहल जाला.

बतवलन कि मुहर्रम के चॉद देखते पूरा शिया जमात के मुसलमान गमगीन हो जाले. मरद करिया कपड़ा पहिर लेले आ औरत आपन चूड़ी तूड़ देली. दू महीना आठ दिन ले चले वाला मुहर्रम में जौनपुर मे सौ से अधिका जुलूस निकलेला. बतवलन कि अगर पांच नवम्बर के चॉद लउक गइल त छह नवम्बर से मुहर्रम शुरु हो जाई.

बतवलन कि पहिला मुहर्रम के जौनपुर के मुफती मुहल्ला में अंगारेमातम ..जरत अंगार पर चलत मातम कइल.. मनावल जाला आ बाजार भुंवा से जुलूस अलम निकलेला. दुसरा मुहर्रम के कई जगहा से जुलूस निकलेला. चार मुहर्रम के मखदूम शाह बढन से जुलूस जुलजगाह आ तुरबत निकलेला जवन कल्लू मरहूस इमामबारा होखत तालतडा इमामबाडा ले जाला. ओहिजा एगो ताबूत निकलेला जवना के जुलजनाह से मिलावल जाला.

आगे बतवले कि पांचवीं मुहर्रम के चहारसू इमामबाडा से जुलूस अलग निकलेला जवन कल्लू मरहूस के इमामबाड़ा पर जाके खतम होला. साथही छतरीघाट .पुरानी बाजार. इमामबाड़ा से निकल के जुलूस जुलजनाह इमामबाडा दालान कोठिया वीर सदर होत फेरू छतरीघाट पर जाके खतम हो जाला आ मुफती मोहल्ला से तुरबत आ अलम निकलेला.

रिजवी कहलन कि मोहर्रम के छवाँ तारीख के कटघरा से जुलूसेअलम उठेला आ ओलन्दगंज, शाहीपुल, चहारसू चौराहा होत हमाम दराजे के इमामबाड़ पर खतम होला. कल्लू के इमामबाड़ा का लगे से तुरबत निकलेला आ तकरीर होला आ तुरबत के अलम से मिलावल जाला.

सातवीं मोहर्रम के हर मुहल्ला से जुलूस निकलेला. आठवीं मोहर्रम के देश मे मशहूर जंजीर के मातम ऐतिहासिक अटाला मस्जिद पर होला. एहमें जुलूस जुलजनाह आ झूला अली असगर इमामबाडा नाजिम अली से निकल के अटाला मस्जिद होत राजा बाजार के इमामबाड़ा प खतम होला.

बतवलन कि एहमे पूरा शहर के अंजुम नौहा आ मातम करेली. नौवीं मोहर्रम के रात शहर आ देहात मे ताजिया इमाम चौक पर रखाला. रात भर मजलिस आ मातम होला. एकरा के कत्ल के रातो कहल जाला. दस मोहर्रम के ताजियन के सदर इमामबाडा ले आ के गमगीन माहौल मे दफन कइल जाला. एह दिन लोग भूखे रहेला आ साँज बेरा सदर इमामबाड़ा मे मजलिसे शामे गरीबां होला.

रिजवी बतवले कि मोहर्रम मे हर दिन हर मुहल्ला मे जुलजनाह अलम के जुलूस निकलत रहेला. मोहर्रम के जुलूस के बाद जौनपुर के मशहूर ऐतिहासिक अलम नौचन्दी आ जुलूसेअमारी इमामबाडा स्व.मीर बहादुर अली दालान पुरानी बाजार से निकलेला. एह साल ई 05 दिसम्बर 2013 के होखी. एहमें देश आ प्रदेश के कोना कोना से लोग आवेला आ धर्म गुरू मौलाना सैय्यद कल्वे जौव्वाद साहब मजलिस के सम्बोधित करीले.

सिराजेहिन्द जौनपुर के मोहर्रम मे शिया मुसलमाने ना हिन्दूओ लोग मजलिस आ मातम मे शामिल होला. ं

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