सुप्रीम कोर्ट अपना एगो फैसला से मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात सगरी राज्यन के निर्देश दे दिहलसि कि पद्मावत फिलिम का रिलीज पर कवनो तरह के पाबन्दी मत लगावल जाय.
अदोलत के एह फैसला प आपन निराशा जतावत राजपूत समाज के संगठन अखंड राजपूताना सेवासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर पी सिंह के कहना बा कि अदालत राजपूत समाज के भावना के ख्याल ना रखलसि. हमना का अदालत के सम्मान करे वाला समाज हईं जा बाकिर देश के लोगन का बीच जनजागरण करत एह फिलिम के विरोध जारी राखब जा.
कहले बाड़न कि देश के क़ानून सभकर मान सम्मान जोगावे वाला होखे के चाहीं. हमनी के देवी स्वरूप रानी पद्मिनी के चरित्र का साथही राजपूत समाज के इतिहास आ बलिदानो का ध्यान ना रखलसि अदालत आ ई चिन्ता के बाति बा. अब 21 जनवरी के होखे जात अखंड राजपूताना सेवासंघ के तिसरका स्थापना दिवस का मौका प होखे वाला बइठक में एहपर विचार करब जा. एगो समाज के सम्मान प चोट करे वाली फिलिम के संरक्षण दीहल ठीक ना मानल जा सके.
अदालत के आदेश मानतो फिलिम के बहिष्कार करे करावे का राह में कवनो कानूनी बाधा नइखे.