नयी दिल्ली 11 मार्च (वार्ता). उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू संसद आ विधानमंडलन में आए दिन होखत बवाल का चलते ओह लोग के बिगड़त छवि पर चिंता जतावत जनप्रतिनिधियन से आपन रहन सुधारे के गोहार लगवलन. कहलन कि रउरा सभे खुदे अपना रहन का बारे में सोचीं आ देश के विकास के काम ला जनता के अधिका समय दीहल करीं.
एकरा अलावे महिला आरक्षण विधेयक के पारित करावे ला सर्वानुमति बनावहुं के गोहार लगवली आ कहनी कि आरक्षणे दे दिहला से औरतन के समस्या नइखे सलटे वाला ओकरा ला समाज के मानसिकतो बदलल बेहद जरूरी बा.
उपराष्ट्रपति नायडू आजु संसद के केन्द्रीय कक्ष में विधायकन के दुदिना सम्मेलन के समापन समारोह के संबोधित करत रहलीं.
समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन आ वित्त मंत्री अरुण जेटलिओ मौजूद रहलें. इहो लोग सम्मेलन के संबोधित कइल.
उपराष्ट्रपति कहनी कि संसद आ विधानमंडलन में आए दिन हंगामा आ हल्लागुला होत रहेला. पिछला पूरा हप्ता राज्यसभा में कवनो काम ना हो सकल. एकर दोषी केकरा के कहल जाव. एहसे नुकसान केकर भइल. एहसे ना त सत्तापक्ष आ ना ही विपक्ष के कवनो नुकसान भइल. नुकसान त देश के भइल.
कहनी कि अगर नारेबाजिए करे के बा त सदन का बहरी कहीं, अगर प्लेकार्ड देखावे के बा त बाहेर देखाईं. सदन के भीतर काम काज के बाधित नत करीं.
कहनी कि विपक्ष कहत बा कि सदन चलाना सत्तापक्ष के जिम्मेदारी ह आ सत्तापक्ष विपक्ष पर आरोप लगावत बा. बाकिर सदन चलावो के जिम्मेदारी सभकर ह, सत्तापक्ष आ विपक्ष के ई साझा जिम्मेदारी ह.
उपराष्ट्रपति नायडू कहनी कि जनप्रतिनिधियन के आपन रहन सुधरला के जरुरत बा. सदन में समय पर आईं सभे, सदन में हाजिर रहीं सभे आ दोसरो के बाति सुनल करीं सभे. साथही अपना इलाको में जाइल करीं आ अपना जनता के अधिका समय दिहीं सभे.
67 total views, 1 views today