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श्रीराम मन्दिर का खिलाफ शूकर पूत-पूतनियन के नया टूलकिट

हिन्दुत्व विरोधी शूकर पूत-पूतनियन एगो नया टूलकिट का हिसाब से बयान बके में लाग गइल बाड़ें. पहिले त हर संभव कोशिश कइलें कि कवनो तरह श्रीअयोध्या धाम में हिन्दुवन के भगवान आ हिन्दुस्तान के ऐतिहासिक पुरुष श्रीराम के मन्दिर ना बन पावे. एह खातिर कांग्रेस आ ओकरा साथे मिल के चलत यूपीए सरकार त भगवान श्रीराम के होखहीं पर सवाल उठावत रहलें. कांग्रेस के बड़का बड़का वकील अदालतन में श्रीराम मन्दिर का खिलाफ लड़ाई लड़लें आ एह सब का बावजूद जब फैसला श्रीराम मन्दिर का पक्ष में आ गइल तब से ई शूकर पूत-पूतनिया कवनो ना कवनो बहाने मन्दिर निर्माण का राह में बाधा खड़ा करे के कोशिश करत गइलें.
एहमें से कवनो कबो मन्दिर निर्माण का काम में ना त कवनो सहजोग दिहलें ना कवनो चन्दा. बाकिर एह शूकरन के ओह चन्दा के हिसाब जरुर चाहीं. एहनिए के सोचत श्रीराममन्दिर के निर्माण खातिर गैर सरकारी संस्था बनावल गइल. ना त सरकार खुदही एकर निर्माण करवा सकत रहुवे जइसे कि श्रीसोमनाथ मन्दिर के निर्माण करवले रहुवे. ओहू बेरा इस्लामी मानसिकता वाला जवाहर लाल श्रीसोमनाथ मन्दिर का खिलाफ रहलें.
सवाल उठत बा कि हिन्दुवन के चंदा से हिंदुवन के मन्दिर बने के हिसाब गैर हिन्दू काहें माँगत बाड़ें. कबो ई कवनो मस्जिद भा चर्च के संपतियन के हिसाब मंगले बाड़ें ?
दोसर जेकरा तीन पुश्त से मजहब के कवनो पता नइखे उहो लोग अब श्रीराम भक्त बन के श्रीराम का काम में रोड़ा अटकावत बाड़ें.
बाकिर ई सब बस एही चलते हो रहल बा कि हिन्दू एकजुट नइखन. ऊ बहुते ओह लोगन के बयानबाजी का बहकावा में आ जालें जिनकर नाम सुने में त हिन्दू लागेला बाकिर ऊ हिन्दू होलें ना. केजरीवाल, सिंह, गाँधी, तिवारी वगैरह के उपनाम रखले बहुते नेता असल में ईसाई हउवें. हिन्दुवन के एह तरह से बहकावल जा चुकल बा कि ऊ कबो कवनो चाँद मियाँ के पूजा करे लागेलें त कबो ओह सूफी का दरगाह पर चादर चढ़ावे चहुँप जालें जवन पृथ्वीराज चौहान के गिरफ्तार करवावे के साजिश में शामिल रहुवे, जवन हजारन हिन्दूवन के कतल करववलसि, जवन संजोगिता के नंगा कर के मुस्लिम सिपाहियन का सोझा फेंकवा दिहलसि. अउर त अउर हर हिन्दू विरोधी नेता के गोल में एगो बड़हन संख्या में हिन्दू शामिल रहेलें.
दुख के बात इहो बा कि अब देश के पीएम नरेन्द्र मोदी महात्मा बने का फेर में हिन्दू हित से आँख मोड़ लिहले बाड़ें. ना त बंगाल में हिन्दूवन के जीवन नरक बनावे वाली सरकार चलत ना रहीत.
श्रीराम मन्दिर के चन्दा पर सवाल उठावे वाला लोग के जबाब सप्रमाण देत निर्माण में लागल संस्था कहले बिया कि सगरी भुगतान ऑनलाइन खाता में कइल जाला. कवनो जमीन के खरीद में कवनो तरह के घोटाला के आरोप हिन्दू जनमानस के बहकावे खातिर कइल जा रहल बा.
जाने जोग इहो बा कि संजय सिंह नाम के आदमी हिन्दू ना होके कबीर पंथी ह. ओकरा के कबो हिन्दू हित के काम भा बात करत नइखे देखल सुनल गइल. राहुल आ प्रियंका के तीन पुश्त में कवनो हिन्दू ना मिली. ना त फिरोज हिन्दू रहलन ना राजीव, आ सवाल त जवाहरो पर उठेला जवन खुदही अपना के इस्लामी मानसिकता बाला होखे के बात कहले रहुवे.

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