
आजु करावल गइल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में पाँच जगहा अपना जीत के परचम लहराए वाली सपा गोल देखा दिहलसि कि अगिला साल होखे जा रहल विधानसभा चुनाव में बाजी अखिलेश का हाथे लागे वाला बा. आजु के चुनाव से साबित हो गइल कि योगी आदित्यनाथ के मजगर चुनौती देबे के बेंवत अखिलेशे का लगे बा. काहें कि एह चुनाव में मायावती के गोल बसपा पहिलहीं मैदान छोड़ दिहली. कांग्रेस त खोजलो पर ना लउकल. राजभर को गोल भा ओवैसी के ढोल कतहीं बाजत ना सुनाइल.
इटावा में त भाजपा आपन उमीदवार तक ना खोज पवलसि. आ बलिया, आजमगढ़, एटा, संतकबीरनगर में सपा ओकरा के हरावे में सफल रहल.
मैनपुरी, रायबरेली, रामपुर, लखनऊ, अम्बेडकरनगर, गाजीपुर, मिर्जापुर, मुरादाबाद, अलीगढ़, बरेली, बदायूं, सम्भल, चंदौली, महोबा, अमेठी, औरैया, सीतापुर, सिद्धार्थनगर, बिजनौर, हाथरस, हरदोई, कानपुर शहर, कानपुर देहात, शामली, मुजफ्फरनगर, अयोध्या, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, मथुरा, कासगंज, फिरोजाबाद, सुल्तानपुर, प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर, अउर जालौन से जरुर भाजपा के जीत मिलल बा आ कन्नौज, अउर फर्रुखाबाद से ओकरा समर्थन से निर्दली जीतल बाड़ें. सोनभद्र से अपना दल(एस) आ भाजपा के साझा उमीदवार जीतल बाड़ें.
बागपत से राष्ट्रीय लोकदल, अउर प्रतापगढ़ से जनसत्ता दल जीतल बाड़ें. जौनपुर सीट धनंजय सिंह के मेहरारु का हाथे लागल बा.
ई देखावत बा कि जनता योगी सरकार से मुँह मोड़ल शुरु कर दिहले बिया. आ इहो देखवले बा कि सपा में अखिलेश के चुनौती देबे के कूवत केकरो में नइखे.