
(टटका खबर, बियफे, भादो अन्हरिया चउथ, 2078 विक्रमी)
पिछला पौने तीन बरीस से सुप्रीम कोर्ट में नया जज बहाल करे खातीर अनुशसा करे वाली कॉलेजियम केंद्र सरकार के नौ गो नाम भेजलसि आ सगरी नाम पर केन्द्र आपन सहमति दे दिहलसि. जान जाईं कि दुनिया में अनूठा जज बहाली करे के तरीका भारत के जज हथिया के रखले बाड़न. एह तरीका से जजन के बहाली करे के फैसला जजे करेलें आ सरकार के एहमें कवनो दखल ना हो पावे. पहिले ई तरीका ना रहुवे आ कांग्रेसी सरकार अपना मनमर्जी के जज बहाल करत रहुवे. बाद में उहे जज बहाली करे के अधिकार अपना हाथ में कर लिहलें. मोदी सरकार बहुत कुछ बदलाव एही चलते नइखे कर पावत काहें कि ओकरा हमेशा बनल रहेला कि पता ना अदालत ओकरा के ऊ बदलाव करे दी कि ना.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के भेजल आ केन्द्र के सहमति मिल चुकल एह नौ जजन का बहाली का बाद अब देश में मुख्य न्यायाधीश के पद पर पहिला बेर कवनो महिला जज आसीन हो सकीहें, भलहीं एकही महीना खातीर. अगर सब कुछ यथावल रहल त 25 सितंबर 2027 से 29 अक्टूबर 2027 ले भारत के मुख्य न्यायाधीश बन सकीहें.
नौ जजन के एह सूची में जस्टिस बीवी नगरत्ना, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बेला त्रिवेदी, जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी, जस्टिस सीटी रविकुमार अउऱ जस्टिस एमएम सुंदरेश के नाम शामिल बा.
एह बहाली के अनुशंसा करे वाली सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम में मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस उदय यू ललित, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़, अउर जस्टिस एल नागेश्वर राव शामिल रहलें.