
(टटका खबर, मंगल, भादो अन्हरिया नवमी, 2078 विक्रमी)
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी काल्हि एगो बयान जारी करि के कहलन कि गैर-मुसलमानन लोग के चाहीं कि अपना बेटियन के को-एजुकेशन में मत पढ़ावसु. काहेंकि को-एजुकेशन में पढ़े वाली लईकियन के बहके के पूरा अनेसा होला आ एकरा खातिर बहकावे वाला लइकन के मारल पीटल गलत बा.
मौलाना मदनी लइकन खातिर कवनो सनेसा नइखन दिहले बाकिर सेकुलर माने कि गैर हिन्दू राजनीतिक गोलन के गोहार लगवले बाड़न कि हिंसा रोके खातिर कानून बनवावसु, खाली बयान दिहला से काम नइखे चले वाला.
अपना बयान में मौलाना मदनी कहले बाड़न कि भीड़ के हिंसा बाकायदा योजना बना के कइल जा रहल बा आ एकर मकसद मजहबी उन्माद बढ़ा के बहुसंख्यकन के अल्पसंख्यकन के खिलाफ करे के बा. उनुका हिसाब से अल्पसंख्यक मुसलमान होलें जबकि सचाई इहे बा कि देश के बड़हन इलाका में आजु मुसलमान बहुसंख्यक हो गइल बाड़े आ ओह इलाका के अल्पसंख्यक हिन्दुवन के कवनो सुरक्षा नइखे रहि गइल. बंगाल जइसन राज्यन में आए दिन सरकार हिन्दू रीति रिवाजन पर बन्दिश लगावत रहेले आ कई बार अदालत से राहत मिल पावेला हिन्दुवन के.