महुआ बीनत लछमिनिया के देखनी, हर जोतत महिपाल.
महुआ बीनत लछमिनिया के देखनी, हर जोतत महिपाल. टिकठी चढ़ल अमर के देखनी, सबले नीमन ठठपाल. अब चूंकि रउरा भोजपुरी का साइट पर आइल बानी त अतना मान लिहला में कवनो हरज ना होखे के चाहीं कि रउरा उपर दीहल कहावत के माने समुझ गइल होखब. बाकिर मनला का बदला हमरा ठीक लागत बा कि … Read more